ओरछा, मध्यप्रदेश — दिनांक 5 अप्रैल 2025 को, भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और आधुनिक तकनीक के संगम से उपजे एक विशेष आयोजन में ‘रामराजा’ भक्ति गीत का औपचारिक विमोचन किया गया। यह गीत प्रसिद्ध बॉलीवुड गायक शान और दार्शनिक संगीतकार देवऋषि द्वारा गाया गया है। गीत के रचनाकार हैं मध्यप्रदेश के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और सांस्कृतिक लेखक पी. नरहरि, जबकि इसका संगीत संयोजन स्वयं देवऋषि ने किया है।
यह गीत ओरछा स्थित रामराजा सरकार मंदिर को समर्पित है — जो भारत का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहाँ भगवान श्रीराम की एक राजा के रूप में पूजा होती है।
महागाथा प्रोडक्शन के बैनर तले निर्मित भक्ति गीत
गीत का निर्माण साधना पांडेय द्वारा किया गया है, और इसे प्रस्तुत किया गया है महागाथा के बैनर तले — जो एक अग्रणी आध्यात्मिक संगीत, प्रकाशन और फिल्म निर्माण संस्था है। महागाथा का उद्देश्य भारतीय अध्यात्म को वैश्विक मंच पर आधुनिक तकनीकों के माध्यम से प्रस्तुत करना है।
AI तकनीक से बना भक्ति गीत का दृश्यात्मक रूप
इस गीत का संगीत वीडियो पूरी तरह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित है। इसमें रामराजा मंदिर की असली तस्वीरों और स्थापत्य को आधार बनाकर अत्यंत भव्य डिजिटल ड्रोन व्यू तैयार किया गया है। इससे दर्शकों को एक आभासी दर्शन (Virtual Darshan) का अनुभव प्राप्त होता है।
देवऋषि ने कहा: “यह गीत मेरे लिए एक आध्यात्मिक समर्पण है। हमने इस रचना के माध्यम से भक्ति को आधुनिक संगीत और तकनीक के साथ जोड़ा है ताकि युवा पीढ़ी भी इस कथा से जुड़ सके।”
पी. नरहरि ने कहा: “रामराजा भारत की सांस्कृतिक चेतना के केंद्र हैं। यह गीत उस परंपरा को आज की भाषा में प्रस्तुत करने का प्रयास है।”
पुस्तक से लेकर फिल्म तक: रामराजा कथा की यात्रा
यह गीत “रामराजा” पुस्तक की अगली कड़ी के रूप में तैयार किया गया है, जिसे पी. नरहरि और देवऋषि ने संयुक्त रूप से लिखा था और जिसका लोकार्पण मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा किया गया था। अब इसी कथा पर आधारित एक फीचर फिल्म भी निर्माणाधीन है, जिसका निर्देशन स्वयं देवऋषि करेंगे और निर्माण करेंगे दक्षिण भारत के प्रसिद्ध निर्माता भरत चौधरी।
अब सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध
‘रामराजा’ गीत अब YouTube, Spotify, Apple Music, और अन्य सभी प्रमुख डिजिटल मंचों पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध है। भक्ति और बीट्स के इस संयोजन को न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा जा रहा है।